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सेवा क्षेत्र भारतीय अर्थव्‍यवस्‍था में 3 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर का योगदान करेगा

केन्‍द्रीय वाणिज्‍य एवं उद्योग और रेल मंत्री श्री पीयूष गोयल ने कहा कि 12 चैं‍पियन यानी सर्वोत्तम सेवा क्षेत्रों (सर्विस सेक्‍टर) को बढ़ावा देने के लिए ‘ब्रांड इंडिया’ को विकसित किया जाएगा। उन्‍होंने कहा कि वाणिज्‍य एवं उद्योग मंत्रालय राज्‍यों के साथ साझेदारी में सेवा उद्योग के विभिन्‍न सेक्‍टरों को आवश्‍यक सहयोग प्रदान करेगा और इसके साथ ही ऐसी नीतियां तैयार करेगा जो इन चैंपियन अथवा सर्वोत्तम सेक्‍टरों को और ज्‍यादा विकसित एवं विस्‍तार करने तथा भारतीय अर्थव्‍यवस्‍था में उल्‍लेखनीय योगदान करने में मदद करेंगी। उन्‍होंने कहा कि भारत 5 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर की अर्थव्‍यवस्‍था बनने की दिशा में अग्रसर है जिसमें सर्विस सेक्‍टर 3 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर का योगदान करेगा।

वाणिज्‍य एवं उद्योग मंत्री आज नई दिल्‍ली में ‘सेवाओं पर पांचवीं वैश्विक प्रदर्शनी (जीईएस)’ के पूर्वावलोकन समारोह को संबोधित कर रहे थे। ‘जीईएस 2019’ का आयोजन 26 से 28 नवम्‍बर, 2019 तक बेंगलुरू में किया जाएगा। उन्‍होंने बेंगलुरू द्वारा ‘जीईएस 2019’ की मेजबानी किए जाने पर खुशी जताई क्‍योंकि यह शहर आधुनिकता के साथ-साथ परंपराओं को भी संजोने में अग्रणी है। उन्‍होंने ‘जीईएस 2019’ में एक साझेदार राज्‍य के रूप में उत्तर प्रदेश का भी स्‍वागत किया।

श्री पीयूष गोयल ने संगठित रूप से सर्विस सेक्‍टर को बढ़ावा देने के लिए सेवा निर्यात संवर्धन परिषद (एसईपीसी) और भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) द्वारा किए जा रहे प्रयासों की भूरि-भूरि प्रशंसा की। श्री गोयल ने कहा कि पर्यटन, स्‍वास्‍थ्‍य सेवा और शिक्षा जैसे सेक्‍टर निवेश आकर्षित करने, रोजगारों का सृजन करने एवं उद्यमिता को बढ़ावा देने के साथ-साथ विदेशी मुद्रा आय को भी आकर्षित करेंगे। उन्‍होंने कहा कि सर्विस सेक्‍टर की व्‍यापक संभावनाओं का दोहन होना अभी बाकी है और इस सेक्‍टर में बड़ी संख्‍या में रोजगारों को सृजित करने, लोगों के जीवन स्‍तर को बेहतर करने तथा भारतीय अर्थव्‍यवस्‍था में उल्‍लेखनीय योगदान करने की व्‍यापक क्षमता है।

वाणिज्‍य एवं उद्योग मंत्री ने एसईपीसी और सीआईआई से आईटी एवं उस पर आधारित सेवाओं (आईटीईएस) के अलावा पर्यटन के साथ-साथ विधि सेवाओं, वित्तीय और लेखांकन सेवाओं पर भी फोकस करने का अनुरोध किया, ताकि घरेलू उपभोक्‍ताओं और देश-विदेश का भ्रमण करने वाले लोगों को उन विभिन्‍न सेवाओं की पेशकश की जा सके जो सभी पहलुओं को कवर करती हैं।

श्री गोयल ने ई-स्‍पोर्ट्स अथवा इलेक्‍ट्रॉनिक स्‍पोर्ट्स प्रतिस्‍पर्धा पर नेशंस कप की ट्रॉफी का अनावरण किया। ई-स्‍पोर्ट्स विशेषकर विभिन्‍न प्रोफेशनलों के बीच आयोजित की जाने वाली संगठित वीडियो गेम प्रतिस्‍पर्धाएं हैं। उन्‍होंने कहा कि भारत खिलाड़ी/टीम प्रबंधन, कोच, स्‍ट्रीमर एवं आयोजन स्‍थलों के क्षेत्रों में ई-स्‍पोर्ट्स के समस्‍त परिवेश के जरिए तेजी से बढ़ते इस व्‍यवसाय से लाभ उठाने के लिए पूरी तरह से तैयार है। ई-स्‍पोर्ट्स दरअसल जीईएस 2019 की एक अनूठी विशेषता है।

कर्नाटक के मध्‍यम एवं वृहद उद्योग मंत्री श्री जगदीश शेट्टार, वाणिज्‍य विभाग में अपर सचिव श्री सुधांशु पांडेय ने भी पूर्वावलोकन समारोह को संबोधित किया। विभिन्न केन्‍द्रीय मंत्रालयों, विभागों, राज्‍य सरकारों के वरिष्‍ठ अधिकारी, दिल्‍ली स्थित विदेशी राजनयिक मिशनों एवं सेवा उद्योग के कई प्रतिनिधि भी इस समारोह के दौरान उपस्थित थे।

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