Skip to main content

वित्‍त मंत्री ने वित्‍तीय स्थिरता और विकास परिषद (एफएसडीसी) की 21वीं बैठक की अध्‍यक्षता की

वित्‍तीय स्थिरता एवं विकास परिषद (एफएसडीसी) की 21वीं बैठक आज नई दिल्‍ली में केन्‍द्रीय वित्‍त एवं कॉरपोरेट कार्य मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण की अध्‍यक्षता में हुई।

परिषद ने वैश्विक स्‍तर के साथ-साथ देश के मौजूदा वृहद आर्थिक हालात की समीक्षा की। यही नहीं, परिषद ने अन्‍य बातों के अलावा वित्‍तीय स्थिरता और एनबीएफसी तथा क्रेडिट रेटिंग एजेंसियों से जुड़े मुद्दों की भी समीक्षा की।

परिषद ने इससे पहले एफएसडीसी द्वारा लिए गए निर्णयों पर इसके सदस्‍यों द्वारा उठाए गए कदमों की समीक्षा की। परिषद की बैठक में समाधान संबंधी फ्रेमवर्क के साथ-साथ वित्‍तीय सेक्‍टर की साइबर सुरक्षा से संबंधित फ्रेमवर्क को मजबूत करने के लिए पेश किए गए प्रस्‍तावों पर विचार-विमर्श किया गया।

परिषद ने आरबीआई के गवर्नर की अध्‍यक्षता वाली एफएसडीसी की उप-समिति द्वारा शुरू किये गये विभिन्‍न कार्यों के साथ-साथ वित्‍तीय सेक्‍टर के विभिन्‍न नियामकों की पहलों पर भी गौर किया।

इस बैठक में श्री शक्तिकांत दास, गवर्नर, भारतीय रिजर्व बैंक; श्री अतानु चक्रबर्ती, सचिव, आर्थिक मामलों का विभाग; श्री राजीव कुमार, वित्त सचिव एवं सचिव, वित्तीय सेवा विभाग; श्री इन्‍जेटी श्रीनिवास, सचिव, कॉरपोरेट कार्य मंत्रालय; श्री अजय भूषण पांडेय, राजस्व सचिव; श्री अजय प्रकाश साहनी, सचिव, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय; डॉ. कृष्णमूर्ति वी. सुब्रमण्यन, मुख्य आर्थिक सलाहकार, वित्त मंत्रालय; श्री अजय त्यागी, चेयरमैन, भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड; श्री सुभाष चंद्र खुंटिया, अध्यक्ष, भारतीय बीमा नियामक एवं विकास प्राधिकरण; डॉ. एम.एस. साहू, अध्यक्ष, भारतीय दिवाला एवं दिवालियापन बोर्ड; श्री रवि मित्‍तल, विशेष सचिव, वित्तीय सेवा विभाग एवं प्रभारी, चेयरपर्सन, पेंशन फंड नियामक एवं विकास प्राधिकरण; और वित्तीय सेक्‍टर के नियामकों तथा भारत सरकार के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया।

Comments

Popular posts from this blog

Developing proper feedback mechanisms can help take right decisions: PM

भारत के संविधान की मूल प्रति

1950 :: भारत के संविधान की मूल प्रति में  अर्जुन को  भगवद्गीता का ज्ञान देते हुए  भगवान कृष्ण की छवि ।। ।। राम राम ।।

जर्मनी की चांसलर ने राष्‍ट्रपति से मुलाकात की

जर्मनी की चांसलर डॉ. एंजेला मर्केल ने आज (01 नवम्‍बर ,  2019) राष्‍ट्रपति भवन में राष्‍ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद से मुलाकात की। भारत में जर्मनी की चांसलर का स्‍वागत करते हुए राष्‍ट्रपति ने कहा कि जर्मनी और भारत के बीच मजबूत वाणिज्यिक संबंध हैं और यूरोपीय संघ और भारत के बीच एक व्‍यापक व्‍यापार एवं निवेश के क्षेत्र में संतुलित समझौते को जल्‍द लागू करने के लिए यूरोपीय संघ के भीतर प्रयासों में तेजी लाने में जर्मनी के समर्थन को भारत महत्‍वपूर्ण मानता है। इससे दोनों पक्षों के व्‍यापारिक समुदाय को न केवल मजबूत और सकारात्‍मक संकेत मिलेगा ,  बल्कि भारत एवं जर्मनी के बीच व्‍यापार एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में सहयोग बढ़ेगा। राष्‍ट्रपति ने कहा कि भारत और जर्मनी के बीच वैश्विक साझेदारी में अच्‍छी प्रगति हो रही है। बहुपक्षीय और बहुध्रुवीय व्‍यवस्‍था को मजबूत करने के लिए हमें एक साथ मिलकर काम करना चाहिए। भारत और जर्मनी पुनर्गठित संयुक्‍त राष्‍ट्र सुरक्षा परिषद की स्‍थायी सदस्‍यता के लिए अधिकृत दावेदार हैं। इसके संदर्भ में ,  जी-4 के हिस्‍से के रूप में हमारा सहयोग महत्‍वपूर्ण है। राष्‍ट्रपति

ads1