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Showing posts from April, 2017

भारत_बांग्लादेश_अहम_समझौते_2017

दोनों देशों के बीच परमाणु ऊर्जा क्षेत्र सहित 22 समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए।  - कोलकाता और खुलना के बीच बस व ट्रेन संबंध बहाल - पांच अरब डॉलर की वित्तीय मदद देने का फैसला - तीस्ता जल बंटवारे संधि पर जल्द अंतिम फैसले का आश्वासन अहम समझौते - पांच साल का रक्षा सहयोग फ्रेमवर्क बना - रक्षा उपकरणों की खरीद के लिए 50 करोड़ डॉलर का कर्ज - बांग्लादेश में परियोजनाओं के लिए 4.5 अरब डॉलर की मदद - बांग्लादेश के सैनिकों को मिलेगा भारत में बेहतर प्रशिक्षण - बांग्लादेश में परमाणु ऊर्जा प्लांट लगाने में मदद करेगा भारत - सड़क, रेल व जल मार्ग से और तेजी से जुड़ेंगे दोनों देश वैसे बांग्लादेश सरकार की बहुत चाहत के बावजूद तीस्ता जल बंटवारे पर समझौता नहीं हो सका।  - भारत से बांग्लादेश को एकमुश्त पांच अरब डॉलर की वित्तीय मदद मिली है। इनमें से 4.5 अरब डॉलर भारत बांग्लादेश में विभिन्न परियोजनाओं को पूरा करने में देगा। 50 करोड़ डॉलर की मदद भारत से जरूरी रक्षा उपकरणों की खरीद के लिए दी जाएगी। - इसके साथ ही पिछले तीन वर्षों में नई दिल्ली की तरफ से ढाका को दिए

वैज्ञानिकों ने प्लास्टिक नष्ट करने वाले कवक की खोज की

चीनी एकेडमी ऑफ साइंसेज (सीएएस) के शोधकर्ताओं ने मिट्टी में पाए जाने वाले एक कवक एस्परगिलस टयूबेंसिस की खोज की है. यह कवक एस्परगिलस टयूबेंसिस अपने एंजाइमों का उपयोग कर प्लास्टिक की  सामग्री को भी तोड़ (नष्ट) सकते हैं. चीनी शोधकर्ताओं की यह खोज प्लास्टिक द्वारा किए जाने वाले पर्यावरण के विनाश और पर्यावरण बर्बादी की बढ़ती हुई समस्या का समाधान करने में मदद कर सकती है, जिसके कारण पर्यावरण दूषित होता रहता है. मुख्य तथ्य • प्लास्टिक की सामग्री को तोड़ने (नष्ट) यानि खाने वाले कवक एस्परगिलस टयूबेंसिस की खोज चीनी शोधकर्ताओं ने पाकिस्तान के इस्लामाबाद में की. • प्लास्टिक को नष्ट करने वाले यानि प्लास्टिक को खाने वाले जीवधारी की खोज की उम्मीद में वैज्ञानिकों ने मिट्टी के नमूनों और विभिन्न प्रकार के कचरे के नमूने ले लिए तब इस शोष का आभास हुआ. • वैज्ञानिकों ने पाया कि जो कवक आम तौर पर मिट्टी में रहता है, वह प्लास्टिक की सतह पर भी उत्पन्न हो सकता है और बढ़ भी सकता है. • वैज्ञानिकों के अनुसार यह कवक उत्पत्ति के बाद विकास की अपनी प्रक्रिया में एंजाइम को गुप्त रखता है. जब यह

वैश्विक यात्रा एवं पर्यटन प्रतिस्पर्धा सूची में भारत की रैंकिंग में 12 स्थान का सुधार

भारत में पर्यटन क्षेत्र एक नई उड़ान पर है। साल 2017 के लिए ताजा आकलन विश्व आर्थिक मंच ने किया है। टीटीसीआई यानि ट्रेवल और टूरिज्म इंडेक्स की मानें तो साल 2017 में भारत 12 स्थान के इजाफे के साथ 40वें स्थान पर पहुंच गया है। साल 2015 में भारत 52वें स्थान पर था। मतलब बीते तीन साल में भारत ने 25वें स्थान की छलांग लगाई है।  बीते सालों में भारत की उभरती छवि पर्यटन क्षेत्र में जारी ई-वीजा से पर्यटन क्षेत्र को कामयाबी मिली है। साल 2014 में 46 देशों के साथ ई-वीजा की शुरुआत हुई थी जो आज 161 देशों तक पहुंचा है। मसलन साल 2016 की तुलना में जनवरी 2017 में देश में 16.5 फीसद पर्यटकों का इजाफा हुआ है।  फरवरी 2016 में पर्यटकों के लिए इंक्रेडिबल इंडिया हेल्पलाइन सुविधा शुरू की गई, जो 12 भाषाओं में है। ये सुविधा टोल फ्री नंबर 1363 पर उपलब्ध है। इसके अतिरिक्त टूरिस्टों के लिए वेलकम कार्ड जैसी सुविधाएं भी हैं, जो भारत में पर्यटकों को लुभाने में कारगर साबित हुए हैं।  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विश्व आर्थिक मंच की वैश्विक यात्रा एवं पर्यटन प्रतिस्पर्धा सूची में भारत की रैकिंग 12 स्थान सुधरकर

सिडबी सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मेक इन इंडिया सुलभ ऋण निधि

योजना का उद्देश्य: योजना का उद्देश्य एमएसएमई की स्थापना के लिए और साथ ही मौजूदा एमएसएमई उद्यमों की संवृद्धि के अवसरों के उपयोग हेतु अपेक्षित ऋण-ईक्विटी अनुपात पूरा करने के लिए अर्द्ध-ईक्विटी के रूप में सुलभ ऋण तथा अपेक्षाकृत लचीली शर्तों पर सावधि ऋण उपलब्ध कराना है। लक्ष्यगत एमएसएमई क्षेत्र: योजना का केंद्रीय लक्ष्य ‘मेक इन इंडिया’ गतिविधि के नीचे सूचीबद्ध सभी चिह्नित 25 क्षेत्र तथा इनमें बाद में जोड़े जाने वाले अन्य क्षेत्र होंगे। मेक इन इंडिया संबंधी क्षेत्र:- ऑटोमोबाइल ऑटोमोबाइल घटक/पुर्जे विमानन जैव -प्रौद्योगिकी रसायन निर्माण रक्षा विनिर्माण वैद्युत मशीनें इलेक्ट्रॉनिक प्रणालियाँ खाद्य प्रसंस्करण सूचना प्रौद्योगिकी और बीपीएम चमड़ा मीडिया और मनोरंजन खनन तेल एवं गैस फार्मास्यूटिकल पत्तन रेलवे अक्षय /नवीकरणीय ऊर्जा सड़क एवं राजमार्ग अंतरिक्ष कपड़ा एवं वस्त्र ताप ऊर्जा पर्यटन एवं सत्कार स्वास्थ्य  रक्षा पात्र उद्यम: विनिर्माण एवं सेवाक्षेत्र की नई इकाइयों को शामिल करने पर बल दिया जाएगा। नए उभरते अवसरों का लाभ उठाने के लिए विस्तार करने वाले तथा अपने व्यव

64वें राष्ट्रीय पुरस्कार की घोषणा

• अपनी बहुआयामी अभिनय क्षमता के लिए चर्चित स्टार अक्षय कुमार को इस साल के सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार के लिए चुना गया है।  • अक्षय को फिल्म ‘रुस्तम’ में उनके अभिनय के लिए यह पुरस्कार दिया गया है। मलयालम फिल्मों की नायिका सुरभि को सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री चुना गया है।  • उत्तर प्रदेश को इस साल फिल्म निर्माण के मोस्ट फिल्म फ्रेंडली स्टेट के राष्ट्रीय पुरस्कार के लिए चुना गया है।  • राष्ट्रपति 3 मई को सम्मानित करेंगे।164वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों की ज्यूरी ने साल 2016 के अवार्ड का एलान किया।  • अपनी जान देकर एयर इंडिया के हवाई यात्रियों की जिंदगी बचाने वाली एयर होस्टेस नीरजा के असल जीवन पर बनी फिल्म को जहां सर्वश्रेष्ठ हिंदी  फिल्म के लिए चुना गया, वहीं इस फिल्म में अभिनय की खास छाप छोड़ने के लिए सोनम कपूर को विशेष उल्लेख सम्मान दिया गया है।  • अभिनेता आमिर खान की चर्चित फिल्म ‘दंगल’ में अपनी दमदार अदाकारी से सुर्खियों में आईं अभिनेत्री जायरा वसीम को सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री चुना गया है।  • सामाजिक मुद्दों पर सबसे प्रभावशाली संदेश देने

कैश में 10000 से ज्यादा जमा नहीं होगा जीएसटी

• वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) लागू होने में अब तीन महीने से भी कम समय बचा है। बहुत से व्यवसायी जो फिलहाल सेवा कर, उत्पाद शुल्क या वैट के असेसी हैं वे या तो जीएसटी के लिए पंजीकरण करा चुके होंगे या फिर कराने जा रहे होंगे। इस सबके बीच आपको एक बात ध्यान रखने की जरूरत है कि जीएसटी के तहत कैश में एक चालान पर 10,000 रुपये से अधिक टैक्स जमा नहीं होगा। इसलिए आपको एक जुलाई से पहले यह सुनिश्चित करने की जरूरत है कि आपके पास क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड या नेट बैंकिंग जरूर हो।  • जीएसटी काउंसिल ने वस्तु व सेवा कर के भुगतान से संबंधित नियम तैयार कर लिए हैं। सरकार ने इन नियमों का मसौदा हाल में सार्वजनिक किया है। इन नियमों के अनुसार आप इंटरनेट बैंकिंग, क्रेडिट या डेबिट कार्ड से जीएसटी का भुगतान कर सकते हैं।  • इसके अलावा नेशनल इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर (एनईएफटी) और रीयल टाइम ग्रॉस सेटलमेंट (आरटीजीएस) के माध्यम से भी किसी बैंक से जीएसटी का भुगतान किया जा सकता है। हालांकि कैश, चेक या डिमांड ड्राफ्ट के जरिये प्रति चालान मात्र दस हजार रुपये का जीएसटी भुगतान ही किया जा सकता है।  • वैसे, सरक

आधार लिंकेज व बढ़े जुर्माने वाला मोटर बिल लोकसभा में पेश

• सरकार ने यातायात नियमों के उल्लंघन पर बढ़े जुर्माने व सजा के साथ हादसे के पीड़ितों को त्वरित मुआवजे तथा डीएल व आरसी को आधार से लिंक करने के प्रावधानों वाला संशोधित मोटर वाहन संशोधन विधेयक 2016 लोकसभा में पेश कर दिया। • सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने लोकसभा में बिल पेश करते हुए इसकी विशेषताओं तथा संसदीय समिति के सुझावों के आधार पर इसमें किए गए बदलावों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि विधेयक से परिवहन क्षेत्र में बहुप्रतीक्षित सुधार को गति मिलेगी। यह ‘मिनिमम गवर्नमेंट, मैक्सिमम गवर्नेस’ व पारदर्शिता के वादे को साकार करेगा।  • इसमें थर्ड पार्टी बीमा तथा टैक्सी एग्रीगेटर्स के मुद्दों का समाधान करने की कोशिश भी की गई है। गडकरी ने कहा, ‘भले आप मंत्री हों, अगर आपने यातायात नियमों का उल्लंघन किया तो आपके घर एक चिट्टी आएगी।’ उन्होंने कहा कि देश में 30 फीसद डीएल फर्जी हैं। लेकिन अब ऐसा संभव नहीं हो पाएगा।  • ज्यादातर सांसदों ने बिल के लिए गडकरी की प्रशंशन सर्टिफिकेट के आवेदन के साथ आधार नंबर देना अनिवार्य किया है। लर्निग लाइसेंस के लिए अब आरटीओ के चक्कर लगाने क

गरीबी उन्मूलन में उत्तर प्रदेश मध्य प्रदेश का प्रदर्शन बेहतर

• शहरी गरीबी उन्मूलन कार्यक्रमों के क्रियान्वयन में उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश का प्रदर्शन बहुत अच्छा रहा है। स्वयं सहायता समूह बनाकर गरीबों को उद्यम शुरू कराने की उत्तर प्रदेश ने कारगर पहल की है। पिछले दो सालों के आंकड़ों में तमिलनाडु को पहला स्थान मिला है, जबकि उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश ने गरीबों को कुशल बनाकर रोजगार मुहैया कराने में अच्छा प्रदर्शन किया है।  • दीन दयाल अंत्योदय योजना के तहत राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन को उत्तर प्रदेश सरकार ने तरजीह दी है। गरीब युवाओं को कौशल विकास के मार्फत कुशल बनाने में उत्तर प्रदेश पहले नंबर पर है, जबकि मध्य प्रदेश दूसरे स्थान पर।  • कुशल बनाने के बाद युवाओं को रोजगार मुहैया कराने के लिए रियायती दरों पर ऋण मुहैया कराया गया है। केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय  की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक उत्तर प्रदेश में लगभग दो लाख युवाओं को कौशल विकास के तहत प्रशिक्षण दिया गया है। जबकि मध्य प्रदेश में सवा लाख युवाओं को प्रशिक्षण देकर कुशल बनाया गया है।  • हालांकि प्रशिक्षित कुशल युवाओं को रियायती ऋण देने में तमिलनाडु पहले स्थान पर है, जबकि

गैस ग्रिड एक दूसरे से साझा करेंगे भारत और बांग्लादेश

• जब दो पड़ोसियों के बीच रिश्ते बेहतर होते हैं, तो उसका फायदा सीधे वहां की जनता को मिलता है। भारत व बांग्लादेश के बीच इस बात की सहमति बन गई है कि वे अपने गैस ग्रिड को एक दूसरे के साथ साझा करेंगे। यानी भारत अपने नेशनल गैस ग्रिड को बांग्लादेश के ग्रिड से जोड़ेगा।  • इससे भारत को पड़ोस से ही बेहद प्रतिस्पद्र्धी दर पर और पर्याप्त मात्र में प्राकृतिक गैस मिलने का रास्ता खुलेगा। विदेश मंत्रलय के अधिकारियों के मुताबिक एशिया में दो देशों के बीच गैस ग्रिड को साझा करने का इस तरह का यह पहला समझौता होगा। • एक समय भारत बांग्लादेश से गैस खरीदने की काफी कोशिश कर रहा था। पूर्व पेट्रोलियम मंत्री मणिशंकर अय्यर के कार्यकाल में म्यांमार से बांग्लादेश होते हुए भारत तक गैस पाइपलाइन बिछाने पर काफी बातचीत हुई थी। लेकिन इसे बांग्लादेश की घरेलू राजनीति की वजह से आगे नहीं बढ़ाया जा सका।  • आज से शेख मुजीबुर्रहमान रोड कहलाएगा पार्क स्ट्रीट : लुटियंस दिल्ली स्थित पार्क स्ट्रीट रोड आज से शेख मुजीबुर्रहमान रोड कहलाएगा। बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना इसका नामकरण करेंगी। हालांकि, नई दिल्ली नगर प

भारत-इजरायल के बीच 13 हजार करोड़ का सैन्य करार

 भारत और इजरायल के बीच रक्षा संबंधों ने नई ऊंचाई को छू लिया है। दोनों देशों ने दो अरब डॉलर (करीब 13 हजार करोड़ रुपये) का सैन्य खरीद समझौता किया है। इसे इजरायल के रक्षा उद्योग का सबसे बड़ा खरीद समझौता माना जा रहा है। इसके तहत इजरायल भारत को उन्नत मिसाइल रक्षा प्रणाली की आपूर्ति करेगा। • इजरायल की सरकारी कंपनी इजरायल एयरोस्पेस इंस्डस्ट्रीज (आइएआइ) भारतीय सेना को सतह से हवा में मार करने वाली मध्यम दूरी की उन्नत मिसाइल रक्षा प्रणाली (एमआरएसएएम) देगी।  • आइएआइ ने बताया कि भारत के पहले स्वदेश निर्मित विमान वाहक पोत के लिए लंबी दूरी की मिसाइल रक्षा प्रणाली (एलआरएसएएम) की आपूर्ति भी की जाएगी। आइएआइ के साथ 1.6 अरब डॉलर (करीब 10,290 करोड़ रुपये) का सौदा हुआ है। शेष समझौता अन्य सरकारी कंपनी राफेल के साथ किया गया है। राफेल इस प्रणाली के अन्य अवयव मुहैया कराएगी। • आइएआइ के सीईओ जोसेफ वीस ने कहा, ‘ये करार आइएआइ की क्षमता और उन्नत तकनीक पर भारत सरकार का भरोसा दिखाते हैं। इन तकनीक को भारत सरकार की मेक इन इंडिया पहल के तहत हमारे स्थानीय सहयोगियों के साथ मिलकर विकसित किया जा रहा है।’ इजर

'जल क्रान्ति अभियान'

वर्ष 2015-16 के दौरान देश में जल संरक्षण एवं प्रबन्धन को सुदृढ़ बनाने के लिए सभी पणधारियों को शामिल करते हुए एक व्यापक एवं एकीकृत दृष्टिकोण से ‘जल क्रान्ति अभियान’ का आयोजन किया जाएगा ताकि यह एक जन आन्दोलन बन जाए। 1. तीव्रता से बढ़ती जनसंख्या तथा तेजी से विकास कर रहे राष्ट्र की बढ़ती हुई आवश्यकताओं के साथ जलवायु परिवर्तन के सम्भावित प्रतिकूल प्रभाव को देखते हुए जल की प्रतिव्यक्ति उपलब्धता प्रतिवर्ष कम होती जा रही है। 2. यदि समय रहते इस समस्या का उचित समाधान नहीं किया गया तो जल की तेजी से बढ़ती हुई माँग के कारण विभिन्न प्रयोक्ता समूहों तथा सह बेसिन राज्यों के बीच जल विवाद होने की सम्भावना है। 3. देश में एक समग्र एवं एकीकृत दृष्टिकोण अपनाते हुए जल संरक्षण, जल उपयोग दक्षता तथा जल उपयोग प्रबन्धन के क्रियाकलापों को बढ़ावा देने और सुदृढ़ बनाए जाने की अविलम्ब आवश्यकता है। इन मुद्दों पर जन-जागरुकता का सृजन किया जाना महत्त्वपूर्ण है अथवा अन्य शब्दों में हमें पूरे देश में ‘जल क्रान्ति अभियान’ चलाने की आवश्यकता है। उद्देश्य 1. जल सुरक्षा और विकास स्कीमों (उदाहरण के ल

कारोबार में भ्रष्टाचार के लिहाज से भारत की स्थिति में हुआ सुधार

• कारोबार में भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी के लिहाज से भारत को 41 देशों की सूची में नौवें स्थान पर रखा गया है। पहले की तुलना में उसकी स्थिति सुधरी है। 2015 में भारत सूची में छठे पायदान पर था। ईवाई यूरोप, मध्य पूर्व, भारत और अफ्रीका (ईएमईआइए) फ्रॉड सर्वे 2017 में यह निष्कर्ष निकाला गया है। इस सर्वे में भारत से शामिल करीब 78 फीसद प्रतिक्रिया देने वालों ने कहा कि कारोबार में रिश्वतखोरी और भ्रष्टाचार आम बात है।  • इस लिहाज से भारत को यूक्रेन, साइप्रस, ग्रीस, स्लोवेनिया, क्रोएशिया, केन्या, दक्षिण अफ्रीका और हंगरी के बाद नौवें पायदान पर रखा गया है।12015 के सर्वे की तुलना में भारत की रैंकिंग में सुधार बेहतर विनियामक जांच और पारदर्शिता व प्रशासन पर जोर का नतीजा है। ईवाई इंडिया के पार्टनर व नेशनल लीडर अरपिंदर सिंह ने कहा कि भारतीय कंपनियों में भ्रष्टाचार व रिश्वतखोरी को लेकर सोच में थोड़ा ही लेकिन सकारात्मक बदलाव आता दिख रहा है।  • वैसे, कार्यस्थल पर जेनरेशन वाय (सामान्य तौर पर 1980-90 के दशक में जन्मे लोगों के लिए इस शब्द का इस्तेमाल किया जाता है) के बीच अनैतिक व्यवहार एक गंभीर चिंता

केन्द्र को लक्ष्य से ज्यादा मिला TAX

राजस्व 18% बढ़ा वित्त वर्ष 2016-17 में प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष (डायरेक्ट और इनडेयरेक्ट) टैक्‍स कलेक्शन लगभग 18 प्रतिशत बढ़कर 17.10 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया। वित्त मंत्रालय ने 31 मार्च को समाप्त वित्त वर्ष के टैक्स कलेक्शन के अंतिम आंकड़े 04-04-2017 को जारी किए। इसके अनुसार, कुल टैक्‍स कलेक्शन 17.10 लाख करोड़ रुपये रहा जबकि संशोधित लक्ष्य 16.97 लाख करोड़ रुपये और बजट लक्ष्य 16.25 लाख करोड़ रुपये था। राजस्व विभाग के आंकड़ों में बताया गया है कि मार्च 2017 तक प्रत्यक्ष कर संग्रह 8.47 लाख करोड़ रुपये रहा जो वित्त वर्ष 2015-16 की तुलना में 14.2 प्रतिशत अधिक है। अप्रत्यक्ष कर संग्रह भी 22 प्रतिशत बढ़कर 8.63 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया। डायरेक्ट टैक्‍स कलेक्शन के मामले में वित्त वर्ष के दौरान शत-प्रतिशत लक्ष्य हासिल कर लिया गया। इसमें कॉर्पोरेट इनकम टैक्स कलेक्शन 13.1 प्रतिशत और व्यक्तिगत इनकम टैक्स कलेक्शन 18.4 प्रतिशत बढ़ा है। हालांकि रिफंड के आंकड़ों को शामिल करते हुए कॉर्पोरेट इनकम टैक्स कलेक्शन 6.7 प्रतिशत और व्यक्तिगत इनकम टैक्स 21 प्रतिशत बढ़ा है। वित्त वर्ष के दौरान आय

NPA से निपटने को आरबीआई को मिलेंगी और ज्यादा शक्तियां

सरकार कानून के तहत एक योजना बना रही है जिसमें भारतीय रिजर्व बैंक को एनपीए के साथ पहले की तुलना में और अधिक प्रभावी ढंग से निपटने के लिए सशक्त बनाया जाएगा। यह बैंकों के बैड लोन की समस्या को हल करने की विस्तृत योजना का एक हिस्सा है। यह एक ऐसा मुद्दा है जो अर्थव्यवस्था को अपनी पूर्ण क्षमता को प्राप्त करने से रोक रहा है। केंद्र इस संबंध में एक अध्यादेश जारी कर सकता है जिसमें आरबीई को यह अधिकार दिया जाएगा कि वह एनपीए से निपटने के लिए बैंकों को आदेश दे सके। क्योंकि संसद के माध्यम से बैंकिंग विनियमन अधिनियम संशोधन में अभी समय लग सकता है। पुनर्निर्मित कानून (reworked law) भी भारतीय रिजर्व बैंक को निरीक्षण पैनल स्थापित करने के लिए सक्षम बनाता है, जो एनपीए मामलों की जांच कर रही एजेंसियों की कार्रवाई से बैंकर्स को ढाल प्रदान करेगा। वित्त राज्यमंत्री संतोष गंगवार ने राज्यसभा में पूछे गए एक प्रश्न के लिखित उत्तर में बताया कि बीते वित्त वर्ष के दौरान बैड लोन 1 लाख करोड़ से ऊपर बढ़कर 31 दिसंबर 2016 तक 6.07 लाख करोड़ के स्तर पर पहुंच गया था।

सुषमा स्वराज ने कहा गिलगिट-बाल्टिस्तान समेत पूरा कश्मीर हमारा

• कश्मीर पर अमेरिका के दशकों पुराने रुख में आए बदलाव को भांपते हुए भारत ने स्पष्ट कर दिया है कि गुलाम कश्मीर और गिलगिट-बाल्टिस्तान समेत पूरा कश्मीर हमारा है। इसमें किसी को संदेह नहीं होना चाहिए।  • विदेश मंत्री सुषमा स्वराज बुधवार को वैसे तो लोकसभा में गिलगिट और बाल्टिस्तान को पाकिस्तान द्वारा अपना पूर्ण राज्य बनाने से जुड़े सवाल का जवाब दे रही थीं। लेकिन उनके निशाने पर कहीं-न-कहीं अमेरिका भी था। स्वराज ने कहा कि पूरा कश्मीर भारत का है। यह किसी को सोचना भी नहीं चाहिए कि भारत अपने किसी हिस्से को यूं ही जाने देगा। • स्वराज ने कहा कि पूरा कश्मीर भारत का हिस्सा है। यह न सिर्फ इस संसद की तरफ से पारित प्रस्ताव है, बल्कि भाजपा का संकल्प भी है। गिलगिट और बाल्टिस्तान को पूर्ण राज्य बनाने की पाकिस्तान की कोशिशों के बारे में जिस दिन खबर आई, हमने बिना समय गंवाए उसे खारिज किया।  • सरकार पर जरा सा भी इस बात के लिए शक नहीं किया जाना चाहिए कि यह किसी भी हिस्से को जाने देगी। • इससे पहले बीजू जनता दल के भर्तृहरि महताब ने पाकिस्तान द्वारा गुलाम कश्मीर के इलाकों को अपने पांचवें राज्य

ईईजेड की दो माह तक गहन निगरानी करेगा आईएनएस-शादरुल

आईएनएस-शार्दुल • भारतीय नौसेना का युद्धपोत ‘‘आईएनएस-शार्दुल’ इन दिनों दक्षिण हिंद महासागर में संयुक्त विशिष्ट आर्थिक क्षेत्र (ईईजेड) की गहन निगरानी पर निकला हुआ है। वह इस क्षेत्र में न सिर्फ भारतीय जल क्षेत्र, बल्कि इंटरनेशनल और दूसरे मित्र देशों के जलक्षेत्र में भी आर्थिक अपराधों को रोकने के लिए दो माह के लिए तैनात किया गया है और अपने कार्य को बखूबी अंजाम दे रहा है। • भारतीय नौसेना के प्रवक्ता कैप्टन डीके शर्मा ने बताया कि इस युद्धपोत ने तैनाती के प्रारंभिक चरण में 8 से 26 मार्च तक राष्ट्रीय तटरक्षक मॉरीशस के साथ बेहतर तालमेल के साथ मॉरीशस समुद्री जलक्षेत्र में निगरानी की। इसके बाद इस युद्धपोत ने ईईजेड निगरानी के प्रथम चरण के लिए 27 मार्च को सेशेल्स के ईईजेड में प्रवेश किया।  • इस युद्धपोत ने कमांडर रोहित मिश्रा की कमान में 28 मार्च को पोर्ट विक्टोरिया में प्रवेश किया। सेशेल्स में सेशेल्स तटरक्षक मुख्यालय में वहां के अधिकारियों के साथ इस पोत के क्रू की समन्वय बैठक हुई।आईएनएस शार्दुल की तैनाती का उद्देश्य आईयूयू में मछली पकड़ने और नशीले पदार्थो की तस्करी को रोकना है। 

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