• प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को दो टूक कहा कि जम्मू-कश्मीर का विकास पत्थर फेंकने से नहीं, बल्कि पत्थर तराशने से होगा। प्रधानमंत्री का सीधे तौर पर इशारा घाटी के उन नौजवानों के लिए था जो पत्थरबाजी कर खुद का और राज्य का विकास नहीं होने देना चाहते।
• मोदी ने पत्थर तराशने को सीधे तौर पर विकास से जोड़ा। इससे नौजवानों का विकास होगा, राज्य का विकास होगा, पर्यटन का विकास होगा, रोजगार बढ़ेगा और राज्य में आर्थिक खुशहाली आएगी। लिहाजा उन्होंने स्पष्ट संदेश दिया कि विकास होगा तो टूरिज्म से होगा, टेररिज्म से नहीं।
• प्रधानमंत्री मोदी ने रविवार को भारत के सबसे लंबी चेनानी नशारी टनल का लोकार्पण किया। इसके बाद नवनिर्मिंत सुरंग के निकट आयोजित विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि यह जम्मू और श्रीनगर की दूरी कम करने वाली टनल नहीं है, बल्कि यह विकास की एक लंबी छलांग है। यह सुरंग कश्मीर की भाग्यरेखा है। यह सुरंग घाटी के किसानों को प्राकृतिक आपदाओं के समय होने वाले नुकसान को कम करने में अहम भूमिका निभाएगी।
• किसानों के खून-पसीने की कमाई से तैयार फसल व फलों को जल्द दिल्ली के बाजार में पहुंचाएगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि अगले कुछ वर्षो में 9 और सुरंगी सड़कें बनेंगी।मोदी ने नौजवानों को सचेत करते हुए कहा कि एक ओर नौजवान पत्थर मारने में लगे हैं तो दूसरी ओर नौजवान पत्थर काटकर कश्मीर का भाग्य बनाने में लगे हैं। उन्होंने कहा कि इस सुरंग को बनाने में केंद्र सरकार का भले ही पैसा लगा है, लेकिन असल में यहां के नौजवानों का पसीना लगा है।
• पयर्टन की असीम संभावनाएं हैं। यहां बर्फ गिरती है तो पूरे देश के लोग परेशान हो उठते हैं। हर कोई चाहता है कश्मीर पहुंचना।मोदी ने कहा कि टेररिज्म के चलते 40 साल से अनेक निदरेषों ने जान गंवाई है। इससे लहूलुहान कश्मीर हुआ है। खून का यह खेल 40 साल बाद भी किसी का भला नहीं कर पाया है। यदि पर्यटन पर बल दिया होता तो पूरी दुनिया कश्मीर के चरणों में आकर बैठी होती।
• प्रधानमंत्री ने पाकिस्तान पर कटाक्ष करते हुए कहा कि सीमापार बैठे हैं, खुद को नहीं संभाल पाते। उन्होंने पाक अधिकृत कश्मीर का नाम लिए बिना कहा कि सीमापार के हमारे नागरिकों को भी हम प्रगति दिखाना चाहते हैं कि कश्मीर कैसे विकसित होता है।
• राज्य सरकार को दी बधाई :प्रधानमंत्री ने राज्य के विकास की रफ्तार के लिए मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती और उनकी सरकार को बधाई दी। उन्होंने कहा कि डेढ़ वर्ष पूर्व जो केंद्र सरकार ने 80 हजार करोड़ रपए का जो पैकेज दिया था, उसका आधे से अधिक धन खर्च हो चुका है।
• जम्मू-कश्मीर के लिए दो रिंग रोड : केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितीन गडकरी ने रविवार को यहां दो रिंग रोड बनाने का ऐलान किया। इसमें एक रिंग रोड जम्मू के लिए तो दूसरी श्रीनगर के लिए बनेगी। ये दोनों ही सड़कें पूरे राज्य का पर्यटन एवं आर्थिक मजबूती के पहिए को विकास के रास्ते पर ले जाएंगी।
• 3,720 करोड़ लागत वाली इस परियोजना की शुरुआत 23 मई 2011 को हुई थी।
• सुरंग का निर्माण राष्ट्रीय राजमार्ग पर 286 किलोमीटर लंबी चार लेन परियोजना के तहत है।
• समुद्र तल से यह 1200 मी. ऊंचाई पर है।
• यह विश्वस्तरीय समन्वित सुरंग नियंतण्रपण्राली से लैस देश की पहली सुरंग होगी।
• इसमें वेंटिलेशन, अग्नि नियंत्रण, संकेत, संचार और बिजली व्यवस्था स्वचालित रूप से क्रियाशील हो जाएगी।दसुरंग बनने से जम्मू और श्रीनगर के बीच की दूरी तय करने के लिए ढाई घंटे की बचत होगी।
• इसके चालू होने के बाद जम्मू और श्रीनगर के बीच की 41 किलोमीटर लंबी दूरी घटकर अब 10.9 किलोमीटर हो जाएगी।
• सुरंग के चालू होने के बाद राष्ट्रीय राजमार्ग-1ए पर लगने वाले जाम से छुटकारा मिलेगा।
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