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Showing posts from October, 2019

प्रधानमंत्री वन धन योजना पर राष्‍ट्रीय कार्यशाला का आरंभ

“प्रधानमंत्री वन धन योजना (पीएमवीडीवाई)पर दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला” आज से नई दिल्‍ली में शुरू हो रही है। पीएमवीडीवाई जनजातीय कार्य मंत्रालय की 100 दिनों की योजना का एक घटक है। कार्यशाला का आयोजन कार्यक्रम के तहत सभी गतिविधियों का जायजा लेने और भविष्य के कदमों की योजना बनाने के लिए किया गया है। इस कार्यशाला में ट्राइफेड टीम के साथ 25 राज्यों के प्रतिभागी भाग ले रहे हैं। ट्राइफेड के महानिदेशक श्री प्रवीण कृष्णा ने प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कहा कि वन धन योजना जनजातीय उद्यमी तैयार कर रही है और यह एमएसपी कार्यक्रम नहीं है। उन्होंने जोर देकर कहा कि जनजातीय उत्पादों की ब्रांडिंग , पैकेजिंग और विपणन बहुत महत्वपूर्ण कारक हैं। इसके अलावा खुदरा विक्रेताओं को अच्छा कमीशन प्रदान करते हुए उनका एक निष्‍ठावान नेटवर्क तैयार किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि सुदृढ़ तकनीकी सहायता के साथ-साथ एक अच्छा व्यवसाय मॉडल अपनाने की और मूल्य संवर्धन पर ध्‍यान केंद्रित किए जाने की जरूरत है।    ट्राइफेड को अब तक 15 राज्यों से 555 वीडीवीके प्रस्ताव प्राप्‍त हुए हैं और उन्‍हें मंजूरी दी जा चुकी

50वां भारतीय अंतर्राष्‍ट्रीय फिल्‍म समारोह एशियाई फिल्‍मों पर के‍न्द्रित

वर्ष 2019 में आयोजित 50वां भारतीय अंतर्राष्‍ट्रीय फिल्‍म समारोह (आईएफएफआई) एशियाई महाद्वीप के समय पूर्व फिल्‍म समारोहों में से एक माना जा रहा है। इस विशेष अवसर पर आईएफएफआई विशेष रूप से तैयार एक वर्ग प्रस्‍तुत कर रहा है , जिसमें कुछ नई और गतिशील फिल्‍में शामिल हैं, जो विभिन्‍न एशियाई देशों और फिल्‍म निर्माताओं के बीच यादगार फिल्‍में बन चुकी हैं। इस भावना के साथ ही इस फिल्‍म समारोह को एशिया की आत्‍मा नाम दिया गया है। इस वर्ग में जो फिल्‍में दिखाई जाएंगी उनमें वेन ली की चीनी फिल्‍म फिलींग्‍स टू टेल , सन चाओ की समर इज द कोल्‍डेस्‍ट सीजन शामिल है। चांग चोंग और बोचांग द्वारा सह-निर्देशित द फोर्थ वॉल, जापानी फिल्‍म टेन ईयर्स जापान, ताइवान की फिल्‍म टेन ईयर्स ताइवान, श्रीलंका के ललित रत्‍ननायके द्वारा निर्देशित अदर हाफ और सिंगापुर तथा ताइवन द्वारा सह-निर्मित एंथनी चेन द्वार निर्देशित वेट सीजन भी शामिल है। इनमें टेन ईयर्स जापान और टेन ईयर्स ताइवान बहु प्रयोजन फिल्‍म है, जो 2015 में 10 वर्ष की श्रृंखला के साथ शुरू होती है और जिसमें दिखाया गया है कि किस प्रकार संबद्ध देशों के युवा निर्देश

भारत-फ्रांस संयुक्‍त अभ्‍यास ‘शक्ति-2019’

भारत-फ्रांस संयुक्‍त अभ्‍यास ‘शक्ति-2019’ भारत और फ्रांस के बीच  ‘ अभ्‍यास शक्ति ’ की श्रृंखला की शुरुआत वर्ष 2011 में हुई थी। यह एक द्विवाषिक अभ्‍यास है और इसका संचालन बारी-बारी से भारत एवं फ्रांस में किया जाता है। ‘अभ्‍यास शक्ति-2019’ के तहत फ्रांसीसी सेना के जवान भारतीय सेना के साथ प्रशिक्षण के लिए 26 अक्टूबर 2019 को भारत पहुंचे। द्विपक्षीय प्रशिक्षण अभ्‍यास का संचालन महाजन फील्‍ड फायरिंग रेंज, राजस्‍थान स्थित विदेशी प्रशिक्षण केन्‍द्र में किया जाएगा। सप्त शक्ति कमान की सिख रेजिमेंट की एक टुकड़ी इस अभ्‍यास में भारतीय सेना का प्रतिनिधित्‍व करेगी। फ्रांसीसी सेना के प्रतिनिधिमंडल का प्रतिनिधित्‍व 6वीं बख्तरबंद ब्रिगेड की 21वीं समुद्री इन्फैंट्री रेजिमेंट के जवानों द्वारा किया जाएगा। द्विपक्षीय अभ्‍यास का संचालन 31 अक्‍टूबर, 2019 से लेकर 13 नवंबर, 2019 तक किया जाएगा। संयुक्‍त अभ्‍यास के दौरान संयुक्त राष्ट्र अधिदेश के तहत अर्ध-रेगिस्तानी इलाके की पृष्ठभूमि में आतंकवाद का मुकाबला करने से जुड़े परिचालनों पर फोकस किया जाएगा। प्रशिक्षण के दौरान मुख्‍यत: बेहतरीन शारीरिक फिटनेस , स

राष्ट्रपति ने राष्ट्रीय कॉरपोरेट सामाजिक दायित्व पुरस्कार प्रदान किए

राष्ट्रपति ने राष्ट्रीय कॉरपोरेट सामाजिक दायित्व पुरस्कार प्रदान किए   राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद ने आज नई दिल्ली में राष्ट्रीय कॉरपोरेट सामाजिक दायित्व पुरस्कार (एनसीएसआरए) प्रदान किए।       राष्ट्रीय कॉरपोरेट सामाजिक दायित्व पुरस्कार का गठन कॉरपोरेट सामाजिक दायित्व (सीएसआर) के क्षेत्र में असाधारण योगदान को मान्यता देने के लिए कॉरपोरेट कार्य मंत्रालय ने किया था।       इस अवसर पर राष्ट्रपति ने कहा कि मुझे खुशी है कि समाज की सहायता चाहने वाले वर्गों के लोग राष्ट्रीय कॉरपोरेट सामाजिक दायित्व पुरस्कार के मुख्य लाभार्थी हैं। उन्होंने कहा कि कॉरपोरेट ने राष्ट्रीय लक्ष्यों के प्रति बहुमूल्य योगदान दिया है। कॉरपोरेट जगत अधिक समानता वाले समाज के निर्माण के लक्ष्य की प्राप्ति की दिशा में राष्ट्रीय प्रगति की सहायता कर रहा है। कॉरपोरेट जगत ने दीर्घकालीक प्रभाव वाली स्थायी परियोजनाओं पर विशेष रूप से ध्यान दिया है।       राष्ट्रपति ने कहा कि राष्ट्रीय कॉरपोरेट सामाजिक दायित्व के कार्यक्रम सार्वजनिक स्वास्थ्य, शिक्षा, आजीविका, जल संरक्षण, स्वच्छता तथा राष्ट्रीय संसाधन प्रबंधन जैसी राष

न्यायमूर्ति श्री शरद अरविंद बोबडे भारत के अगले प्रधान न्यायाधीश

न्यायमूर्ति श्री शरद अरविंद बोबडे भारत के अगले प्रधान न्यायाधीश   राष्ट्रपति ने उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश न्यायमूर्ति श्री शरद अरविंद बोबडे को भारत का अगला प्रधान न्यायाधीश नियुक्त किया है। न्यायमूर्ति श्री बोबडे 18 नवंबर, 2019 को शपथ लेंगे।       न्यायमूर्ति श्री शरद अरविंद बोबडे 12 अप्रैल, 2013 से उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश हैं। इससे पहले वह 16 अक्टूबर, 2012 से लगभग छह महीने के लिए मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश रहे। वह 29 मार्च, 2000 से बॉम्बे उच्च न्यायालय के अतिरिक्त जज और 28 मार्च, 2002 से स्थायी जज रहे हैं।       न्यायमूर्ति श्री बोबडे का जन्म 24 अप्रैल, 1956 को हुआ और वह 13 सितंबर, 1978 को अधिवक्ता बने। उन्होंने उच्च न्यायालय की नागपुर पीठ और नागपुर जिला न्यायालय में वकालत की और उन्होंने समय-समय पर बॉम्बे हाई कोर्ट और उच्चतम न्यायालय में सिविल, संवैधानिक, श्रम, निर्वाचन तथा कराधान मामलों में अधिवक्ता के रूप में अपनी सेवा दी।       न्यायमूर्ति श्री शरद अरविंद बोबडे संवैधानिक, प्रशासनिक, कंपनी, पर्यावरण तथा निर्वाचन कानूनों के विशेषज्ञ हैं।

ANNA 1839

अब आपको धूम्रपान छुड़वाना है तो आप टीका भी लगवा सकते हैं

जी हां अब दुनिया में धूम्रपान छुड़ाने के लिए टीका का अविष्कार किया जा चुका है विश्व भर में इतने सारे लोग धूम्रपान करते हैं जिससे उनके सेहत पर बहुत बुरा असर पड़ता है इसलिए उन सभी चीजों को छुड़वाने के लिए वैज्ञानिकों ने एक टीके का आविष्कार किया है वैज्ञानिकों ने anti-smoking टीका का विकास किया है इस टीके का नाम द निक्वैक्स है। धूम्रपान की लत से परेशान दुनिया के करोड़ों लोगों को अब जल्द ही इससे निजात मिल जाएगी यह आदत छोड़ने के लिए उन्हें अब सिर्फ एक टीका लगाना होगा या लगवाना होगा जो धूम्रपान की उनकी इच्छा को हमेशा के लिए खत्म कर देगा इस टीका के लगाने के बाद यह ऐसे एंटीबॉडीज पैदा करेगा जो निकोटीन के अणुओं को बांध देगा  यानी कि उन्हें खून के जरिए मस्तिष्क में पहुंचने से रोक देगा इसे धूम्रपान की इच्छा ही खत्म हो जाएगी यदि यह टीका अपने लक्ष्य में सफल रहा तो पूरी दुनिया में हर साल धूम्रपान जनित बीमारियों से होने वाली समस्याओं को रोका जा सकेगा। द निक्वैक्स नाम का यह टीका तंबाकू में मौजूद निकोटीन को मस्तिष्क में पहुंचने से रोक देता है जहां य आनंद की व्यसन कारी हलचल पैदा करता है परीक्षणों में पाय

Happy Diwali

भारत का पहला नोबेल पुरस्कार रविंद्र नाथ टैगोर को मिला था

रवीना टैगोर जी भारत के एक बेहतरीन साहित्यकार के रूप में जाने जाते हैं जिनको 1913 में नोबेल पुरस्कार सा इसमें बेहतर योगदान के लिए दिया गया था। रवीना टैगोर जी भारत के पहले नोबेल पुरस्कार विजेता थे । जिन्हें साहित्य में साहित्य के छेत्र में योगदान के लिए इस पुरस्कार से नवाजा गया था । टैगोर को 1913 में जब यह सम्मान मिला । तब वह यह पुरस्कार पाने वाले पहले गैर यूरोपीय थे। नोबेल पुरस्कार पाने वाले पहले भारती है रवीना टैगोर जी जो भारत के लिए गर्व का विषय है।

देश की पहली दृष्टि बाधित महिला आईएएस अफसर के रूप में संभाला

देश की पहली दृष्टि बाधित  महिला आईएएस अफसर ने संभाला पद तिरुवनंतपुरम की उप कलेक्टर का पद संभाल । उप कलेक्टर बनी प्रांजल  पहले प्रयास में ही upsc परीक्षा में हासिल की 733 वी रैंक हासिल किया।   देश की पहली डिस्टिक बाधित महिला आईएएस अधिकारी प्रांजल पाटिल ने सोमवार को उफ़ कलेक्टर का पद संभाल लिया । पदभार घर करने के लिए यहां पहुंचने पर प्रांजल का गरम जोशी से स्वागत किया गया इस से पहले उन्होंने 2008 में करना कुलम में सहायक कलेक्टर के पद पर एक साल तक काम किया था।

काशीराम जी के जीवन से मिलने वाली शिक्षाएं

काशीराम जी के जीवन से मिलने वाली शिक्षा उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य आर्थिक मुक्ति और सामाजिक परिवर्तन लाने का है काशीराम जी की ऐसे समाज की स्थापना करना चाहते थे जिसमें ऊंच-नीच की भावना ना सता हर इंसान की कदर हो और परस्पर घृणा के स्थान पर  स्थान पर बराबरी की भावना हो और इस तरह एक कुशल समाज की स्थापना हो। काशीराम ने कहा कि इस देश में जाती के आधार पर ही पदों लाभ लाभ का वितरण योग्यता के आधार पर किया जाए ताकि सभी समूह में अवसर की समानता स्थापित हो सके।

अन्ना हजारे के जीवन से मिलने वाली शिक्षाएं

अन्ना हजारे के जीवन से मिलने वाली पूछा है पहला है अन्ना हजारे ने समाज में व्याप्त अनेक बुराइयों के खिलाफ आंदोलन किया तथा कहा कि मुझे मेरे देश पर पूरा भरोसा है इस सरकार मतलब उस समय जो सरकार थी उसके बारे में उन्होंने कहा है कि इस सरकार ने देश को लूटा है अब हम अब सा नमक शांति से तभी बैठेंगे जब देश के ब्रेस्ट आचार खत्म हो जाएगा उनके इस विचार से हमें यह प्रेरणा मिलती है कि किसी भी समस्या के लिए एकजुट होकर सामना करना चाहिए और तब तक करना चाहिए जब तक हम उस समस्या का समाधान प्राप्त ना कर लें दूसरा नंबर है उनका युवाओं के लिए सबसे प्रभावी कथन यह है कि वह जो अपने लिए जीते हैं वह मर जाते हैं वह जो समाज के लिए मरते हैं वह सदैव जिंदा रहते हैं अर्थात इस कथन की अवधारणा यह अवधारणा है कि हमें अपने साथ-साथ समाज की भलाई पर विशेष बल देना चाहिए ताकि भविष्य में एक बेहतर समाज की स्थापना की जा सके और हम अपने जीवन को मत पूरी स्थान दे सकें।

आयुष्मान भारत योजना से 50 लाख लोग लाभांवित

आयुष्मान भारत योजना के तहत निशुल्क उपचार सुविधा से 50 लाख से अधिक लोग लाभान्वित हुए हैं । आज देश में 50 लाख से ज्यादा लोग इस योजना का फायदा उठा चुके हैं आज प्रधानमंत्री जी ने ट्वीट करके कहा है कि स्वस्थ भारत के निर्माण की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है उन्होंने कहा कि प्रत्येक भारतीय को इस पर गर्व होना चाहिए कि 1 वर्ष में 50 लाख से अधिक नागरिकों को निशुल्क उपचार का लाभ मिला है। प्रधानमंत्री जी ने कहा कि यह योजना उपचार के अलावा अनेक भारतीयों को सशक्त भी बना रही है । विश्व की सबसे बड़ी स्वास्थ्य देखभाल योजना के तहत जरूरतमंद परिवारों को ₹500000 वार्षिक चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जाती है। इसका लक्ष्य देश के 10 करोड़ से भी अधिक निर्धन परिवारों को लाभ पहुंचाना है । आज यह बहुत बड़ी खबर आई है कि 5000000 से ज्यादा लोग इस योजना का फायदा उठा चुके हैं ज्यादातर इसमें गरीब परिवार के लोग हैं जो इस तरह के इलाज पर पैसा खर्च नहीं कर सकते जिनको भारत सरकार ने मुफ्त इलाज करने की सुविधा दी है । यह लगभग 5000000 लोग अब देश में इस योजना का फायदा उठा चुके ह

अंतरराष्ट्रीय ग्रामीण महिला दिवस

आज अंतरराष्ट्रीय ग्रामीण महिला दिवस है । उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने विश्व समुदाय से महिलाओं को सशक्त बनाने में सर्वोच्च प्राथमिकता देने की अपील की है। उन्होंने स्वीट संदेश में इसे वैश्विक एजेंडा बनाने और अधिक से अधिक महिलाओं को उद्यमिता तथा आत्मनिर्भरता के रास्ते पर चलने के लिए प्रोत्साहित करने का अनुरोध किया। उपराष्ट्रपति जी ने कहा कि महिलाओं का सशक्तिकरण समग्र समान और सतत विकास का केंद्र है । उपराष्ट्रपति जी ने कहा कि ग्रामीण उद्यमिता के लिए इको प्रणाली शुरू करने के अलावा महिलाओं को रोजगार कौशल प्रदान करने की तत्काल आवश्यकता है । हर साल देश में 15 अक्टूबर को ग्रामीण महिला दिवस मनाया जाता है । यह कार्यक्रम ग्रामीण इलाकों में रहने वाली महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए लोगों को जागरूक करने के लिए मनाया जाता है । जिससे गांव में रहने वाली महिलाओं को सशक्त किया जा सके और उनका योगदान देश के और भी विभिन्न क्षेत्रों में हो सके ।

एयर इंडिया यात्रियों के साथ टैक्सीबोट्स का उपयोग करने वाली दुनिया की पहली एयरलाइन बनी

एयर इंडिया दुनिया की पहली ऐसी एयरलाइन बन गई है जिसने a320 विवान में सवार यात्रियों के साथ टैक्सी वोट का उपयोग किया है । रोबोट 40 विमान ट्रैक्टर टैक्सी बोर्ड विमान को पार्किंग बे से रनवे पर लाने ले जाने का काम करता है । एयर इंडिया के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक ने दिल्ली हवाई अड्डे के टर्मिनल 3 से मुंबई जाने वाली उड़ान एआई 665 को रवाना किया । यह विमान यात्रियों सहित टैक्सी बोट से रनवे पर लाया गया। यह विमान यात्रियों सहित टैक्सी बोर्ड से रनवे पर लाया गया इस अवसर पर या स्वच्छ पर्यावरण की ओर एक बड़ा कदम है । इससे ईंधन की खपत में 85% की कमी होगी और इंजन के रखरखाव में आने वाले खर्च में भी कमी आएगी । इससे विमान का इंजन रनवे पर पहुंचने के बाद ही स्टार्ट होगा । एयर इंडिया के प्रवक्ता के अनुसार टैक्सी बोर्ड का इस्तेमाल रवाना होने वाली उड़ानों के लिए किया जाएगा।

अनुच्छेद 370?

अनुच्छेद 370 क्या है अनुच्छेद 370 क्या आप में से कोई जानता है आइए बताते हैं अनुच्छेद 370 है क्या , भारत की स्वतंत्रता के बाद जम्मू कश्मीर पर ब्रिटिश प्रभुत्व सत्ता भी समाप्त हो गई थी इसके बाद आरंभिक दौर में यानी शुरुआती दौर में जम्मू कश्मीर के महाराजा हरि सिंह ने भारत या पाकिस्तान में विलय करने की वजह स्वतंत्र रहने का निर्णय लिया था हालांकि अक्टूबर 1947 में या पाकिस्तानी सेना द्वारा समर्थित प्राप्त बलों ने कश्मीर पर आक्रमण किया और इस असाधारण राजनीतिक परिस्थिति में हरि सिंह ने भारत में जम्मू कश्मीर का विलय करने का निर्णय किया । महाराजा हरि सिंह ने जम्मू कश्मीर का विलय भारत में करने का निर्णय लिया 26 अक्टूबर 1947 को हरी सिंह व पंडित नेहरू के मध्य विलय पत्र पर हस्ताक्षर किए गए। विलय पत्र के अंतर्गत सांसद को केवल रक्षा विदेश मामले और संचार के विषयों में ही जम्मू-कश्मीर के लिए कानून बनाने की शक्ति दी गई थी इसी अवसर पर भारत का भारत सरकार द्वारा घोषणा की गई कि जम्मू-कश्मीर के लोगों को उनकी अपनी संविधान सभा के माध्यम से राज्य का आंतरिक संविधान तथा राज्य के

संयुक्त रूप से 2019 का बुकर पुरस्कार मार्गरेट और एवारिस्टो ने जीता

एडवर्ड और एवारिस्टो ने संयुक्त रूप से 2019 का बुकर पुरस्कार जीत दिया है । विधायकों ने बुकर पुरस्कार नियमों में परिवर्तन करते हुए दो विजेताओं को चुना । सलमान रश्दी की शोध सहित छह पुस्तकें पुरस्कार की दौड़ में शामिल थी। बुकर नियमों के अनुसार पुरस्कार दो लेखकों में विभाजित नहीं किया जा सकता । लेकिन निर्णय को ने जोर दिया कि अटूट की दवा टेस्टामेंट और एवारिस्टो की गर्ल वूमेन अदर के बीच फैसला लेना मुश्किल है। 5 घंटे के गहन विचार-विमर्श के बाद पांच सदस्यों के निर्णायक मंडल ने नियम बदलने का फैसला किया। स्टोर 1969 मैं इस प्रतिष्ठित पुरस्कार की स्थापना के बाद से इसे जीतने वाली पहली अश्वेत महिला हैं । कनाडा की 79 वर्षीय लेखिका लूटने एक युवा लेखिका के साथ पुरस्कार साझा करने पर प्रसन्नता व्यक्त की है।

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