देश के कई सारी लाखों में डॉक्टर गांव में सेवाएं देना नहीं चाहते इसलिए वे शहरों में रहते हैं जिसे गांव के लोगों को शहरों में जाकर मोटी सी देकर अपना इलाज कराना पड़ता है डॉक्टर सरकारी डॉक्टर गांव के अस्पतालो में बहुत कम जाते हैं इसकी वजह से वहां के गरीब लोगों को समस्या जिनी पड़ती है इसका क्या समाधान है यह बात करें
सरकार को डॉक्टरों के लिए युक्ति वाली जगह पर रहना निवार कर देना चाहिए नहीं तो उनकी सेवा को समाप्त कर देना चाहिए जो डॉक्टर अपनी युक्ति वाली जगह पन्ना मिले वह नहीं रहता है उसे अपने पद से मुक्त कर देना चाहिए।
डॉ क्योंकि उपस्थिति की जांच करने के लिए जिला प्रशासन और पुलिस को अचानक उचित निरीक्षण करना चाहिए अचानक छापा मानने से डॉक्टरों की उपस्थिति का सही आकलन हो सकता है जिसे यह पता चलेगा कि डॉक्टर आते हैं या नहीं आते जिसे इन ए इन पर कठोर कार्रवाई की जा सकती है
प्रशासन इसमें एक और कदम उठा सकता है ग्राम पंचायतों को डॉक्टर के कामकाजी वार्षिक रिपोर्ट लिखने का अधिकार होना चाहिए और इस रिपोर्ट को पंचायत में रखा जाना चाहिए वैसे इस रिपोर्ट को हर महीने तैयार करके प्रशासन तक भेजना चाहिए जिससे कि यह पता चल सके की हर महीने डॉक्टर की उपस्थिति कितनी रही और वह किस तरह से कार्य कर रहा है क्या गुस्सा क्यों पर है यात्रियों पर जाकर गरीब लोगों की मदद कर रहा है जिसके लिए उसने किया गया है।
इस समय देश में डॉक्टरों को एक मोटी रकम फीस उनकी सैलरी के रूप में दी जाती है और वह यह काम न करके शहरों में प्राइवेट प्रेक्टिस करते हैं जिससे कि काम धूम जो गरीब लोगों का इलाज का अधिकार है बीमारी के बाद इलाज उनको उचित रुप से मिल सके अच्छा इलाज मिल सके उसे वह वंचित रह जाते हैं और शहरों में जाकर प्राइवेट अस्पतालों में एक मोटी रकम खर्च करनी पड़ती है उन्हें जिसके वजह से उनसे आर्थिक रुप से भी बुझाता है इसलिए इस तरह के डॉक्टर जो गरीबों के लिए नकार कर रहा हूं और अपने प्राइवेट किस कर रहा हूं उन डॉक्टरों को सरकारी धन नहीं दिया जाना चाहिए क्योंकि डॉक्टर शैली के रूप में बहुत बड़ी रकम आज भी लेते हैं इसलिए जो डॉक्टरों अच्छे डॉक्टर को इन पदों पर रखना चाहिए।
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