• गंगा और यमुना को भारतीय नागरिक के अधिकार देने के उत्तराखंड हाईकोर्ट के फैसले के बाद केंद्र सरकार गंगा एक्ट तैयार करने में जुटी है। केंद्रीय जल संसाधन मंत्री साध्वी उमा भारती ने यह जानकारी देते हुए कहा कि एक्ट का कार्य अंतिम चरण में है। इसे जल्द कैबिनेट की बैठक में रखा जाएगा।
• बुधवार को गंगा के शीतकालीन प्रवास स्थल उत्तरकाशी के मुखवा गांव जा रही उमा भारती हरिद्वार में गंगा स्नान के बाद पत्रकारों से बात कर रही थीं। उमा ने बताया कि एक्ट बनाने के लिए एक कमेटी गठित की गई है।
• कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष महामना पंडित मदनमोहन मालवीय के पोते पूर्व जस्टिस गिरधर मालवीय हैं। उन्होंने कहा कि यह कानून गंगा की सहायक नदियों पर भी लागू होगा।
• उमा ने कहा कि गंगा में प्रतिदिन लाखों लोग स्नान करते हैं, इसीलिए कमेटी को निर्देश दिया गया है कि एक्ट बनाते हुए इस बात का ध्यान रखा जाए कि निर्दोष लोगों को परेशानी न हो। दंड ऐसे लोगों को मिले जो गंगा में प्रदूषण फैलाने के लिए सीधे तौर पर जिम्मेदार हों।
• उत्तराखंड हाईकोर्ट के फैसले का स्वागत करते हुए उन्होंने कहा कि अदालत ने पुरातन मान्यताओं को संरक्षण दिया है। उन्होंने कहा कि हम गंगा और यमुना को मां का दर्जा देते हैं, ऐसे में उन्हें नागरिक के अधिकार दिए जाने चाहिए।
• केंद्रीय जल संसाधन मंत्री ने कहा कि गंगा और यमुना की निर्मलता के लिए सरकारी तंत्र के जागरूक होने की जरूरत है। आम आदमी तो गंगा को मां मानता है, वह तो पहले ही जागरूक है।
• जल संसाधन मंत्री ने कहा कि नमामि गंगे को अब सोसाइटी की जगह प्राधिकरण का दर्जा दिया गया है। पहले सोसाइटी की वजह से तेजी से काम संभव नहीं हो पा रहे थे। प्राधिकरण बनने से अब एक हजार करोड़ तक खर्च करने के अधिकार मिल गए हैं।
• उमा भारती ने योगी आदित्यनाथ को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का उपहार बताया, जिसे उन्होंने उत्तर प्रदेश को दिया। जैसी उनकी लोकप्रियता है वैसी ही उनमें कार्यकुशलता भी है।
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